‘हाठ, हम रोटी के लिठलड़ते हैं, पर हम फूलों के लिठà¤à¥€ लड़ते हैं . . .’
पिछले 4 हफॠतों में, दिलॠली यूनिवरॠसिटी टीचरॠस’ असोसियेशन (डूटा) के आहॠवान पे, हज़ारों शिकॠषक और अनेक छातॠर à¤à¤°à¥€ गरॠमी में दिलॠली की सड़कों पर कई बार यों ही नहीं उतरें हैं | शिकॠषक हैरान à¤à¥€ हैं, नाराज़ à¤à¥€ | तातॠकालिक माठग थी की 10 मई को ज़ारी किया गया यू. जी. सी. का गज़ेट नोटिफिकेशन 2016 वापसलिया जाठ, लेकिन हज़ारों शिकॠषकों के दिलों में आकॠरोश की जड़ें पॠरानी हैं.
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